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संस्कृति और विरासत

पांढुरना का गोटमार मेला पांढुरना शहर में “गोटमार मेला” हर वर्ष पोला पर्व के दूसरे दिन भाद्रपद ‘अमावस्या को मनाया जाता है। यह मेला ‘जाम’ नदी के तट पर मनाया जाता है। एक पलाश रूपी पेड़ के झंडे को जाम नदी के बीच लगाया जाता है और मेला संपन्न होने पर इस पलाश रूपी झंडे को मां चंडिका के मंदिर में अर्पण किया जाता है। इस मेले की आराध्य देवी मां चंडिका है जो शहर के मध्य में पुरातन से स्थापित है।